Monday, October 12, 2009

परिवर्तन

आब समूचा दुनिया ई पहिने सँ अछि आगाँ बढि गेल

आई फेर मुनचुन बाबा केर शुरू भेलनि भाषण केर रेल


कहलनि हम गामे सँ दरिभंगा पैरे चलि आबी

भिनसर में सबसँ पहिने प्राती गबैत छलथिन बाबी

आब लोक अछि गुडुकि रहल से सबटा अछि चक्का केर खेल

आ एहि सीडी कैसैट युग में किए प्रतीक्षा भिनसर लेल

आब समूचा दुनिया ई.................................................


पहिने लालटेन वा डिबिये सँ चलि जाइत छल सब काज

पहिने लिखल जाइत छल चिट्ठी से पहुंचै छल मासों बाद

आब मरकरी केर इजोत सँ घर आँगन अछि जगमग भेल

आ एहि टेलीफोनिक युग में अमरीको कोनटे लग भेल

आब समूचा दुनिया ई.................................................


पहिने दीपावली राति में छल लगैत दीपेक कतार

आ फगुआ दिन भीजि जाइत छल रंगहि सँ सब यार भजार

आब दीप केर जगह समूचा झालरि और फटक्का लेल

आ एहि इंटरनेटी युग में खेला लेत फगुआ ईमेल

आब समूचा दुनिया ई.................................................

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