पिछरि- पिछरि क खसय रुपैया
महगी करबय ताता - थैया
अर्थशास्त्र केर बड़का बड़का
पंडित के ने गुदानि रहल अछि
देश आई ई कानि रहल अछि
बलात्कार केर प्रतिदिन घटना
मुंबई, दिल्ली वा हो पटना
धंसल वासना केर दलदल में
लोक, लाज नहीं मानि रहल अछि
देश आई ई कानि रहल अछि
नेता सब भेल चोर-उचक्का
तें उतरल अछि देशक चक्का
लुटबा लेल छुटपुजियो नेता
सब क्यौ समय अकानि रहल अछि
देश आई ई कानि रहल अछि
आई समस्या देश सुरक्षा
वृहन्नला की करतै रक्षा
अपनहिं कुर्सी बचबS खातिर
कूदि रहल अछि, फानि रहल अछि