पिछरि- पिछरि क खसय रुपैया
महगी करबय ताता - थैया
अर्थशास्त्र केर बड़का बड़का
पंडित के ने गुदानि रहल अछि
देश आई ई कानि रहल अछि
बलात्कार केर प्रतिदिन घटना
मुंबई, दिल्ली वा हो पटना
धंसल वासना केर दलदल में
लोक, लाज नहीं मानि रहल अछि
देश आई ई कानि रहल अछि
नेता सब भेल चोर-उचक्का
तें उतरल अछि देशक चक्का
लुटबा लेल छुटपुजियो नेता
सब क्यौ समय अकानि रहल अछि
देश आई ई कानि रहल अछि
आई समस्या देश सुरक्षा
वृहन्नला की करतै रक्षा
अपनहिं कुर्सी बचबS खातिर
कूदि रहल अछि, फानि रहल अछि
bahut neek pryas aichh aditya ji.. deshak maujuda halat par bahut neek kataksh aichh.. :)
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद अभिनव भाई
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